- कन्नौज हादसे के बाद शहर में ट्रैफिक विभाग द्वारा बसों का हुआ रियल्टी चेक
- सरकारी और प्राइवेट रोडवेज बसों में सुरक्षा मानको के दृष्टिगत चलाया गया चेकिंग अभियान
- लगभग 10 बसों का हुआ चालान 4400 जुर्माना वसूला गया
कानपुर । जैसा किसी भी बड़े हादसे के बाद सम्बंधित विभाग कुम्भकर्ण की नींद से जागता है उसी दिशा पर चलते हुए कन्नौज में हुए ह्रदय विदारक बस दुर्घटना के बाद कानपुर शहर में भी डीआईजी, एसएसपी कानपुर नगर के निर्देशानुसार ट्रैफिक विभाग द्वारा अभियान चलाया गया जिस में सरकारी एवं प्राइवेट रोडवेज बसों की सुरक्षा मानक के दृष्टिगत से प्रमुख रूप से अग्निशामक यंत्र और आपातकालीन दरवाजों की चेकिंग अभियान चलाया गया। यातायात की टीम फजलगंज स्थित ट्रेवर्स एजेंसी एव ट्रैवल्सों पर छापेमारी की और वहां खड़ी बसों में फायर स्प्रे, फर्स्ट टेड बाक्स, फिटनेस के साथ आपात कालीन दरवाजों की जांच की गई । जांच में दस्तावेजों में खामियां मिलने पर पांच बसों के चालान काटते हुए कार्यवाही की। यातायात विभाग की छापेमारी और कार्यवाही से शहर के बस ट्रैवल्स कम्पनियों में हड़कम्प मच गया।
कल कन्नौज में ट्रक व टूरिस्ट बस भिड़़ंत के बाद जिस तरह से हृदय विदारक घटना सामने आई है उसने लोगों को झंकझोर के रख दिया। भीषण सड़क हादसे में कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। इस हादसे के बाद एक बार जिम्मेदार विभागों की नींद टूट गई और आज यातायात विभाग ने अचानक जिले के फजलगंज में परिवहन विभाग की तरह समानांतर चलाए जा रहे टूरिस्ट बस सेवाओं को संचालित करने वाली ट्रैवल्स कम्पनियों में छापेमारी की। कार्यवाही की अगुवाई कर रहे यातायात इंस्पेक्टर राजवीर सिंह परिहार ने कई प्रदेशों के लिए बस सेवाएं देने वाली प्रतिष्ठित ट्रैवल्स कम्पनियों की बसों में रियलीटी चेक की। जांच के दौरान अधिकतर बसों में ऐसी कोई भी सुविधा नहीं मिली जिससे आग पर काबू पाया जा सके । वही इमरजेंसी विंडो भी मौके पर नहीं खोल पाए, जिसको लेकर ट्रैफिक विभाग ने सभी ट्रैवल्स एजेंसी के मालिक को चेतावनी दी ।
अभियान के दौरान 150 सरकारी प्राइवेट बसों की चेकिंग की गई चेकिंग के दौरान 10 बसें मानक के अनुरूप नहीं पाई गई जिन का चालान किया गया और तीन बसों से 4400 जुर्माना वसूला गया तथा एक बस को सीज करने की भी कार्यवाही की गई ।
" बसों में कई बसों की जांच में इमरजेंसी दरवाजे नहीं खुले, तो कई में लम्बी दूरी के बावजूद डबल चालक नहीं थे, इसके साथ ही फायर रिक्रूटमेंट भी नहीं पाए गए। जिनके चालान के साथ यह भी निर्देश दिए कि सभी बसों में तत्काल फायर सिस्टम व इमरजेंसी विंडो को ठीक कराया जाए, जिससे कोई अनहोनी होने से रोका जा सके। इंस्पेक्टर के मुताबिक बसों में फिटनेस के साथ अन्य मानकों की जिम्मेदारी आरटीओ विभाग की है। उसे भी समय-समय पर चेक कर यात्रियों की सुरक्षा मानकों को ध्यान में रखकर टूरिस्ट बसों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए "।
यातायात इंस्पेक्टर आर.बी. सिंह परिहार