कानपुर । समाजिक संस्था एमएमए जौहर फैंस एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एंव राष्ट्रव्यापी सद्भावना यात्री हयात ज़फर हाशमी ने गृह मंत्रालय को पत्र लिखा माननीय गृह मंत्री अमित शाह से संविधान विरोधी सीएए कानून पर बहस करने के लिए समय मांगा है।
ज्ञात हो कि गत दिनों पूर्व गृह मंत्री ने कहा कि था कि यदि किसी को सीएए पर बहस करनी है तो मेरे कार्यालय पत्र भेजकर समय मांग सकता है मैं 3 दिन में बहस करुंगा।माननीय गृह मंत्री के उक्त वाक्य पर कानपुर के समाजिक कार्यकर्ता हयात ज़फर हाशमी ने गृह मंत्रालय को पत्र भेजकर कहा है कि मैं माननीय गृह मंत्री जी से संविधान विरोधी काले कानून सीएए (नागरिकता संशोधन विधेयक) पर बहस करने और उनसे कई प्रश्न करने को तैयार हूँ।हाशमी का कहना हूँ कि मैं एक आम भारतीय होने के नाते सीधे और सरल शब्दों में माननीय गृह मंत्री से कुछ सवाल करना हूँ।हाशमी ने बताया कि भारत की आजादी के बाद राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने कहा था कि भारत इतना उदार और बड़ा दिल वाला देश होना चाहिए यहां यदि कोई प्रताड़ित व्यक्ति आना चाहे तो उसे ले लिया जाए।
यहाँ किसी धर्म के लिए मनाही नही है मगर धर्म के नाम पर लोगों को बाटने वाले इस काले कानून से पूरा देश आहत व आक्रोशित है देश भर में महिलाएं सडको पर आजाद भारत के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि इतनी बड़ी संख्या में महिलाएं सडकों पर आईं हैं।हाशमी ने कहा कि अब समय मिलने का इंतजार है जैसे ही समय मिलता है वह दिल्ली में गृह मंत्री जी कार्यालय में उनसे सीएए पर चर्चा करेंगे।
गृहमंत्री भेजा पत्र मांगा सीएए पर बहस का समय - हयात जफर हाशमी